नीतीश के हेलीकॉप्टर शॉट से अच्छे-अच्छे हिल जाते हैं, समय आने पर जमीन तक दिखा देते हैं, यकीन न हो तो…

AdminUncategorized2 months ago40 Views

पटना: यह राजनीति की हकीकत रही है कि समय और परिस्थिति के अनुसार नेताओं के बोल फूटते रहे हैं। जुबानी जंग में सामने वाले नेताओं को कभी अर्श तो कभी फर्श दिखाते रहना कोई आश्चर्य की बात नहीं। राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तो कभी हेलीकॉप्टर शॉट तो कभी जमीन भी दिखाने के माहिर खिलाड़ी माने जाते रहे हैं। बहुत ज्यादा पीछे जाने की जरूरत नहीं है। राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के लिए क्या क्या कहा है, बानगी देख लीजिए।

सहकारिता विभाग ने लाभुकों को काफी मदद की- नीतीश

रविवार यानि 30 मार्च 2025 को राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्र सरकार की भूरी भरी प्रशंसा करते कहा कि केंद्र सरकार ने सहकारिता के क्षेत्र में लाभुकों को हर संभव मदद पहुंचाई है। साल 2021 में सहकारिता मंत्रालय के गठन के बाद से अच्छा काम हुआ है।इसके लिए अमित शाह को बहुत बधाई देता हूं। साल 2024 में बिहार को मिली केंद्र की सौगातों का जिक्र करते हुए सीएम नीतीश ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह के प्रति आभार प्रकट करते कहा कि बिहार में काफी अच्छा काम हुआ है।

नीतीश ने अमित शाह की जमकर की तारीफ

सीएम नीतीश ने आगे कहा कि विशेष आर्थिक सहायता के रूप में सड़क, उद्योग, स्वास्थ्य, पर्यटन एवं बाढ़ नियंत्रण के लिए प्रावधान किया गया है। फिर से साल 2025 के केंद्रीय बजट में मखाना बोर्ड की स्थापना, नए हवाई अड्डे के विकास की घोषणा की गई। साथ इसके नीतीश कुमार ने दो बड़े प्रोजेक्ट की भी चर्चा की। पहला कोसी मेची रिवर लिंक प्रोजेक्ट और पटना-आरा-सासाराम फोरलेन की स्वीकृति को लेकर भी पीएम मोदी को धन्यवाद भी दिया।

वक्फ बिल पर नीतीश का स्टैंड

राजनीतिक गलियारों में वक्फ बोर्ड संशोधन बिल का मुस्लिमों द्वारा विरोध हो रहा है। वहीं वक्फ बिल पर नीतीश के फिर से पलटी मारने की अफवाह जोर पर है, इसके पीछे उनकी सेक्युलर राजनीति का हवाला दिया जा रहा है। लेकिन हैरतअंगेज बात तो ये रही कि रविवार को उन्होंने न केवल एनडीए के लिए वोट मांगे बल्कि अमित शाह की मौजूदगी को प्रासंगिक करने के लिए उपस्थित भीड़ से उनके सम्मान में हाथ भी उठवाए। फिर जैसा कि वो कई बार कह चुके है, उन्होंने फिर से कहा कि ‘भाई दो बार गलती कर चुके हैं। अब कोई गलती नहीं करेंगे और अब सब दिन इधरे रहेंगे। ई सब पार्टी के लोग ने गड़बड़ किया था। अब इधर ही रहेंगे।और अब तो जदयू के कई नेता भी कहते हैं कि साल 2025 विधान सभा की जंग मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में और एनडीए के साथ ही लड़ा जाएगा। और गठबंधन बड़ी जीत हासिल करेगा।

2023 की जून में नीतीश ने क्या कहा था

2023 के जून में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अधिवेशन भवन के सभागार में पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह के बारे में क्या कहा ,यह भी जानिए। उस दिन बीजेपी की नीतियों पर तीखा निशाना साधते कहा नीतीश कुमार ने सीधे तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का नाम नहीं लिया, लेकिन उन्हें आड़े हाथ जरूर लिया। नीतीश कुमार ने केंद्र के प्रति अपनी खासी नाराजगी जाहिर की। नीतीश कुमार ने सबसे पहले पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि ‘ये लोग आ जाते हैं। छापते कुछ नहीं है।’ उन्होंने मीडिया पर कब्जे का आरोप लगाते हुए कहा ‘सब लोग पत्रकार लोग आ जाते हैं, आज आप लोगों पर कब्जा कर लिया है।’ फिर नीतीश कुमार ने जनता से संवाद करते हुए कहा ‘इस सब बतवा बोलेंगे त कोई छापेगा जी, सब चीज पर कब्जा कर लिया है, कुछ नहीं छापता है। सभी लोग आ जाते हैं, कुछ नहीं छापता है! उन्‍हीं का बात छापता है।’

जब नीतीश ने अटल का नाम लिया

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीजेपी के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी का नाम लिया। उन्होंने कहा कि ‘श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी त उन्हीं के पार्टिए के थे…ई लोग कोई का नाम लेता है जी! न बापू का नाम लेता है, इ त अपने पार्टिए का नाम नहीं लेता है… श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी का नाम लेता है! मुरली मनोहर जोशी का नाम लेता है! किसी का लेता है जी! बहुत बढ़ि‍या काम किए थे, जब हम लोग साथ में थे। कोई ओर का नाम नहीं लेता है ई! जान लीजिए, ई लोग किसी का नाम नहीं लेगा!’

अनप्रिडिक्टेबल हैं नीतीश कुमार: अजय झा

राजनीतिक विश्लेषक अजय झा मानते हैं कि सबसे ज्यादा अनप्रिडिक्टेबल नेता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं। ये कब किसकी गर्दन पकड़ लेंगे और कब किसी के चरण, कोई नहीं कह सकता है। 18 जून 2024 का ही वह दृश्य याद कर लीजिए जब नीतीश के नेतृत्व में चुनाव लड़ने की घोषणा की गई। उस बैठक में वे पीएम नरेंद्र मोदी के पैर पकड़ते हुए दिखे। विरोध का आलम को याद कीजिए तो 18 फरवरी 2014 का वह दिन याद कर लीजिए जब विधानसभा में बिहार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाजपा के साथ दुबारा जुड़ने की बात को सिरे से नकारते हुए कहा कि ‘मिट्टी में मिल जाएंगे मगर भाजपा से समझौता नहीं करेंगे। यह असंभव है, ये चैप्टर अब बंद हो चुका है।’ याद कीजिए वह नारा कि संघ मुक्त भारत बनाएंगे।’ लेकिन आखिर में हुआ क्या, नीतीश घूम फिर कर भाजपा के साथ हैं। और भाजपा के साथ अच्छे से भी हैं।

क्या नीतीश पलटी मारेंगे?

हालांकि इन दिनों एक बार फिर नीतीश कुमार को ले कर कहा जा रहा है कि पलटी मारेंगे। पर खुद ही उन्होंने जवाब दिया कि वे अब कहीं नहीं जायेंगे। पार्टी के लोगों ने ही गड़बड़ किया। अब यही रहेंगे। यह कोई भाजपा के साथ ही नहीं राजद को भी जब लताड़ने लगते हैं तो क्या-क्या कह जाते हैं। राबड़ी देवी पर भी अपना गुस्सा प्रकट कर गए। ये नीतीश कुमार के राजनीति के रंग हैं, जिस पर चर्चा होती है और होती रहेगी।

ऋषिकेश नारायण सिंह

लेखक के बारे में

ऋषिकेश नारायण सिंह

नवभारत टाइम्स डिजिटल के बिहार-झारखंड प्रभारी। पत्रकारिता में जनमत टीवी, आईबीएन 7, ईटीवी बिहार-झारखंड, न्यूज18 बिहार-झारखंड से होते हुए टाइम्स इंटरनेट तक 17 साल का सफर। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से शुरुआत के बाद अब बिहार कर्मस्थल। देश, विदेश, अपराध और राजनीति की खबरों में गहरी रुचि। डिजिटल पत्रकारिता की हर विधा को सीखने की लगन।… और पढ़ें

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