‘बेशर्म… पहलगाम हमला हुआ और यूरोप में छुट्टियां मनाने निकल गए उद्धव ठाकरे,’

kisded kisdedUncategorized2 weeks ago31 Views

मुंबई : शिवसेना सांसद मिलिंद देवड़ा ने रविवार को शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि जब पूरा देश 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के पीड़ितों के लिए शोक मना रहा था, उस समय वह (उद्धव ठाकरे) अपने परिवार के साथ यूरोप में छुट्टियां मना रहे थे।

22 अप्रैल को आतंकवादियों ने बैसरन घाटी में 26 लोगों की हत्या कर दी थी। इस निर्मम हत्या की चौतरफा निंदा हुई। राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर लोगों ने आतंकियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने की अपील भी की।

‘शर्म आनी चाहिए’

रिपोर्ट्स के अनुसार उद्धव ठाकरे उसी दिन यूरोप के लिए रवाना हो गए जिस दिन आतंकवादी हमला हुआ। यही वजह है कि राजनीतिक विरोधियों और विभिन्न दलों के नेताओं ने इसके खिलाफ अपना रोष जाहिर किया है। मिलिंद देवड़ा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ‘भूमिपुत्रों से लेकर भारत के पर्यटकों तक ठाकरे कितने गिर गए हैं। जब पहलगाम में गोलियां चल रही थीं, तब वे यूरोप में छुट्टियां मना रहे थे। महाराष्ट्र दिवस पर वह बिना कुछ कहे गायब हो गए। कोई बयान नहीं। कोई एकजुटता नहीं। कोई शर्म नहीं।’

एकनाथ शिंदे की तारीफ

देवड़ा ने ठाकरे की अनुपस्थिति की तुलना उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की पीड़ितों के प्रति शोक व्यक्त करने और सुरक्षाकर्मियों को सम्मानित करने से की। देवड़ा ने कहा कि इसके विपरीत, डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने आगे बढ़कर नेतृत्व किया, पीड़ितों के साथ खड़े रहे और हमारे नायकों को सम्मानित किया। महाराष्ट्र को छुट्टी मनाने वाले अंशकालिक नेताओं की नहीं, बल्कि ड्यूटी पर तैनात योद्धाओं की जरूरत है।

शिवसेना नेता की प्रतिबद्धता पर सवाल उठाया

ठाकरे की विदेश यात्रा का समय एक प्रमुख राजनीतिक विवाद का विषय बन गया है, विशेषकर इसलिए क्योंकि यह महाराष्ट्र दिवस समारोह के साथ मेल खाता है। 65वें महाराष्ट्र स्थापना दिवस समारोह में उद्धव ठाकरे की अनुपस्थिति पर सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन ने आलोचना की है, जिसने राज्य के सांस्कृतिक गौरव के प्रति शिवसेना (यूबीटी) नेता की प्रतिबद्धता पर सवाल उठाया है।

भाजपा मुंबई प्रमुख और महाराष्ट्र के संस्कृति मंत्री आशीष शेलार ने उद्धव ठाकरे पर मराठी पहचान को बरकरार रखने में असफल रहने का आरोप लगाया, जिसका वह अक्सर हवाला देते हैं। शिवसेना नेता संजय निरुपम ने भी ठाकरे की आलोचना करते हुए कहा कि जब अपनी जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि देने का समय है, तब ठाकरे परिवार विदेश में छुट्टियां मना रहा है।

शशि मिश्रा

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शशि मिश्रा

निष्पक्षता, ईमानदारी, आत्मविश्वास और जिज्ञासु वृत्ति के साथ पत्रकारिता। जुनून की शुरुआत 2007 में अमर उजाला से। दैनिक जागरण कानपुर ने तराशा। सहारा में पॉलिशिंग और नवभारत टाइम्स ने दी चमक। सफर Navbharattimes.com के साथ जारी। लिखने, घूमने और नई बातों को जानने एक्सप्लोर करने में दिलचस्पी। जीवन का फंडा: हर किसी के पास दो रास्ते होते हैं, भाग लो (Run) या भाग लो (Part)। मैं भागने की जगह भाग लेना चुनती हूं।… और पढ़ें

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