जैसलमेर: राजस्थान से हैरान करने वाली खबर सामने आई है। ईरान और इजराइल के बीच युद्ध के कारण जॉर्जिया में 61 राजस्थानी नागरिक फंस गए हैं। इनमें जैसलमेर के सीए भाविक भाटिया, उनकी पत्नी और बच्चे भी शामिल हैं। उन्हें आज भारत लौटना था, लेकिन युद्ध के चलते सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रद्द हो गईं। परिजनों ने भारत सरकार और पीएम नरेंद्र मोदी से उन्हें जल्द से जल्द वापस लाने की गुहार लगाई है।
ईरान और इजराइल के बीच 13 जून से बढ़ा है तनाव
दरअसल, ईरान और इजराइल के बीच 13 जून 2025 को तनाव बढ़ गया था। इजराइल ने ईरान के तेहरान, इस्फहान और फोर्डो शहरों में सैन्य ठिकानों पर हवाई हमले किए। ईरान ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए इजराइल पर 150 से ज्यादा मिसाइलें दागीं। इस कारण मध्य पूर्व में तनाव और बढ़ गया। कई देशों ने अपनी हवाई सीमाएं बंद कर दीं। इससे नागरिक विमानों की उड़ानें रद्द हो गईं। जॉर्जिया से भारत आने वाली उड़ानें भी रद्द कर दी गईं। इस वजह से 61 राजस्थानी नागरिक वहां फंस गए। ये सभी लोग अब भारत सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं। वे जल्द से जल्द अपने घर वापस आना चाहते हैं।
फंसे लोगों को जल्द से जल्द वापस लाने की मांग
जैसलमेर के निवासी प्रमोद भाटिया ( सीए भाविक भाटिया के पिता ) ने बताया कि मेरा बेटा, बहू और पोता जॉर्जिया गए थे। राजस्थान के 61 लोग उनके साथ हैं। युद्ध की वजह से उनकी फ्लाइट रद्द हो गई और अब वे वहां फंसे हैं। मैं भारत सरकार से अनुरोध करता हूं कि जल्द से जल्द उन्हें सुरक्षित वापस लाया जाए। भाविक भाटिया ने भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपनी स्थिति बताई है। उन्होंने सरकार से तुरंत मदद की मांग की है। उनकी पोस्ट पर कई लोगों ने प्रतिक्रिया दी है। लोग इन फंसे हुए नागरिकों की सुरक्षित वापसी के लिए प्रार्थना कर रहे हैं।
भारतीय दूतावास ने जारी किए हेल्पलाइन
भारत सरकार ने इस मामले पर तुरंत ध्यान दिया है। विदेश मंत्रालय ने ईरान में भारतीय दूतावास के माध्यम से हेल्पलाइन नंबर और ईमेल आईडी जारी किए हैं। मंत्रालय ने भारतीय नागरिकों को ईरान की गैर-जरूरी यात्राओं से बचने की सलाह दी है। वहां रह रहे लोगों से सतर्क रहने को कहा गया है। हालांकि, जॉर्जिया में फंसे लोगों के लिए अभी तक कोई ठोस योजना नहीं बनाई गई है।