वॉशिंगटन: विदेश मंत्री एस जयशंकर और उनके अमेरिकी समकक्ष मार्को रुबियो के बीच वार्ता के दौरान व्यापार, रक्षा, ऊर्जा और महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियों जैसे प्रमुख क्षेत्रों में भारत-अमेरिका सहयोग को प्रगाढ़ करने के तरीकों पर प्रमुखता से चर्चा हुई। जयशंकर ने अमेरिका के रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ और ऊर्जा मंत्री क्रिस राइट के साथ अलग-अलग द्विपक्षीय वार्ता भी की। ये बैठकें मंगलवार को ‘क्वाड’ समूह के विदेश मंत्रियों के सम्मेलन से इतर हुईं। मई में भारत और पाकिस्तान के बीच चार दिनों तक चले सैन्य संघर्ष के बाद, जयशंकर और रुबियो की यह पहली बैठक थी।
जयशंकर ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा, ”व्यापार, सुरक्षा, महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियों, संपर्क और ऊर्जा सहित हमारी द्विपक्षीय साझेदारी पर चर्चा की। क्षेत्रीय और वैश्विक विकास पर दृष्टिकोण साझा किए।” बताया जा रहा है कि दोनों पक्षों ने भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते के लिए चल रही बातचीत का भी जायजा लिया।
नई दिल्ली और वाशिंगटन द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) पर हस्ताक्षर करने के लिए बातचीत कर रहे हैं, जैसा कि फरवरी में वाशिंगटन डीसी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ वार्ता के दौरान सहमति बनी थी। अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा कि रुबियो-जयशंकर वार्ता में अमेरिका-भारत ‘कॉम्पैक्ट’ (सैन्य साझेदारी, वाणिज्य और प्रौद्योगिकी के लिए अवसर बढ़ाने) के कार्यान्वयन पर चर्चा हुई।
‘कॉम्पैक्ट’ पहल का उद्देश्य सहयोग के प्रमुख क्षेत्रों में परिवर्तनकारी बदलाव लाना है, जिसे फरवरी में मोदी और ट्रंप के बीच वार्ता के बाद शुरू किया गया था।जयशंकर ने अमेरिकी ऊर्जा मंत्री क्रिस राइट से भी मुलाकात की और प्रगाढ़ द्विपक्षीय ऊर्जा साझेदारी के अवसरों पर चर्चा की। जयशंकर ने ‘एक्स’ पर कहा, ”भारत-अमेरिका ऊर्जा साझेदारी को और मजबूत बनाने के अवसरों के बारे में बात की।”
विदेश मंत्री ने अमेरिकी रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ के साथ भी एक अलग बैठक की। जयशंकर ने कहा, ”भारत-अमेरिका रक्षा साझेदारी को आगे बढ़ाने पर सार्थक बातचीत हुई।” जयशंकर रुबियो के निमंत्रण पर 30 जून से 2 जुलाई तक अमेरिका की यात्रा पर हैं।
लेखक के बारे मेंप्रियेश मिश्रनवभारत टाइम्स डिजिटल में डिजिटल कंटेंट राइटर। पत्रकारिता में दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, अमर उजाला जैसी संस्थाओं के बाद टाइम्स इंटरनेट तक 5 साल का सफर जो इंदौर से शुरू होकर एनसीआर तक पहुंचा है पर दिल गौतम बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली कुशीनगर और गोरक्षनाथ की धरती गोरखपुर में बसता है। देश-विदेश, अंतरराष्ट्रीय राजनीति/कूटनीति और रक्षा क्षेत्र में खास रुचि। डिजिटल माध्यम के नए प्रयोगों में दिलचस्पी के साथ सीखने की सतत इच्छा।… और पढ़ें