अंकुर तिवारी, लखनऊ: महाकुंभ में आतंकी हमले की साजिश रचने के आरोप में कौशांबी से गिरफ्तार ISI समर्थित बब्बर खालसा इंटरनैशनल का आतंकी लजर मसीह एफबीआई द्वारा गिरफ्तार हरप्रीत सिंह उर्फ हैपी पासिया को ग्रेनेड, चाइनीज पिस्टल और हेरोइन की सप्लाई करता था। अमेरिका में एफबीआई ने हैपी पासिया को शुक्रवार को गिरफ्तार किया है। हैपी पर एनआईए ने 14 से ज्यादा आतंकी साजिशों के मामले में 10 लाख का इनाम घोषित किया था।
यूपी एसटीएफ ने छह मार्च को जब लजर मसीह को कौशांबी से गिरफ्तार किया था तो उसने पूछताछ में हरप्रीत सिंह उर्फ हैपी पासिया के बारे में कई अहम जानकारियां दी थीं। उसने एसटीएफ को बताया था कि अमृतसर के अजनाला निवासी उसके दोस्त राहुल उर्फ काका ने हैपी से उसका संपर्क करवाया था। हैप्पी पासिया भी अजनाला के गांव मियादी कलां का रहने वाला है। लजर ने एसटीएफ को बताया था कि उसने कई बार हैपी को ग्रेनेड, चाइनीज पिस्टल और हेरोइन की सप्लाई की थी।
हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा का पार्टनर है हैप्पी
एसटीएफ की पूछताछ में लजर ने बताया था कि एनआईए का 10 लाख का इनामी खालिस्तानी आतंकी हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा हैपी पासिया का पार्टनर है। रिंदा कई सालों से फरार है और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए काम कर रहा है। हैपी, हरविंदर और राहुल उर्फ काका के जरिए लजर मसीह आईएसआई एजेंट सुल्तान जट और राणा के संपर्क में आया था। इन दोनों के जरिए लजर ने ड्रोन से भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर स्थित धर्मपुर गुरचक बॉर्डर पर कई बार असलहे, ग्रेनेड और हेरोइन मंगाकर सप्लाई की।
बीकेआई और आईएसआई के बीच की कड़ी
यूएस से गिरफ्तार आतंकी हैपी पासिया बब्बर खालसा इंटरनैशनल (बीकेआई) और आईएसआई के बीच की एक अहम कड़ी है। मसीह ने एसटीएफ को बताया था कि बीकेआई को जर्मन बेस्ड मॉड्यूल के हेड स्वर्ण सिंह उर्फ जीवन फौजी, रिंदा, हैपी और शमशेर सिंह उर्फ शेरा द्वारा आर्मेनिया से संचालित किया जा रहा है। गिरफ्तारी से करीब डेढ़ महीने पहले स्वर्ण सिंह उर्फ जीवन फौजी से लजर ने बात की थी। लजर के मुताबिक जीवन फौजी यूरोप में कहीं छिपकर रह रहा है।
एसटीएफ केंद्र सरकार के जरिए एफबीआई से करेगा संपर्क
अमिताभ यश, एडीजी एलओ का कहना है, अमेरिका की एजेंसी एफबीआई ने वांटेड आतंकी हरप्रीत सिंह उर्फ हैपी को गिरफ्तार किया है। एसटीएफ द्वारा कौशांबी से गिरफ्तार बीकेआई आतंकी लजर मसीह ने एसटीएफ को हरप्रीत की जानकारी दी थी। हैपी बब्बर खालसा के आतंकियों को लॉजिस्टिक पहुंचाने में मदद करता था। यूपी एसटीएफ भी कोशिश करेगी कि हैपी पसिया को पूछताछ के लिए केंद्र सरकार के ज़रिए इंटरनैशनल एजेंसी से संपर्क कर जांच को आगे बढ़ाए। उससे पूछताछ में नई चीज़े सामने आ सकती हैं।