गाजीपुर: इंदौर के कारोबारी राजा रघुवंशी जिनकी लाश 2 जून को मेघालय में चेरापूंजी की खाई से मिली थी। उनकी पत्नी सोनम रघुवंशी इस घटना के बाद से लापता थी। आशंका थी कि शायद उसकी भी हत्या हो गई या फिर उसे अगवा कर बांग्लादेश ले जाया गया हो। सारे कयासों को धता बताते हुए सोनम शिलांग से 1600 किलोमीटर दूर पूर्वी यूपी के गाजीपुर जिले में एक ढाबे पर मिली। हाइवे पर मौजूद सोनम के लोकेशन की जानकारी यूपी पुलिस से पहले मेघालय और मध्य प्रदेश पुलिस को मिल चुकी थी। बाद में यूपी पुलिस को सूचना दी गई। फिर पुलिस ढाबे पर पहुंची और सोनम को अपने साथ सुरक्षित जगह पर ले गई।
दरअसल मेघालय और मध्य प्रदेश पुलिस सोनम और उसके परिवार वालों के मोबाइल फोन को सर्विलांस पर लगा रखा था। हर आने और जाने वाले फोन की जांच की जा रही थी। जैसे ही गाजीपुर के ढाबे से आठ जून की देर रात 2 बजे सोनम ने अपने भाई को फोन मिलाया, दोनों राज्यों की पुलिस अलर्ट हो गई। तत्काल यूपी पुलिस से सोनम की लोकेशन शेयर की गई और मात्र 22 मिनट के भीतर पुलिसकर्मी ढाबे पर पहुंच गए।
ढाबा मालिक ने भी यूपी 112 पर कर दिया था फोन
यूपी एटीएस के एडीजी अमिताभ यश ने बताया कि हमें इंदौर पुलिस ने सोनम के गाजीपुर में होने की जानकारी दी। इस बीच, ढाबा चलाने वाले साहिल यादव ने भी 112 कंट्रोल रूम में फोन कर सोनम के बारे में बता दिया था। मेघालय में राजा रघुवंशी हत्याकांड की जांच के लिए विशेष जांच समिति बनी है। इस समिति के निवेदन पर इंदौर पुलिस सोनम की गतिविधियों पर बारीकी से नजर बनाए हुए थी।
गाजीपुर पुलिस ने सोनम की फोटो मिलाई और…
सूत्र बताते हैं कि गाजीपुर के ढाबे पर पहुंची पुलिस ने सोनम का हुलिया इंदौर पुलिस को भेजा और कन्फर्म किया कि ये वही लड़की है या कोई और। जब इंदौर पुलिस ने सोनम की फोटो से मिलान किया तो चीजें स्पष्ट हो गईं। सोनम को तत्काल वन स्टाप सेंटर ले जाया गया। वहां वह 15 घंटे रही। उसका मेडिकल टेस्ट कराया गया। फिर 9 जून को शिलांग पुलिस वहां पहुंची और सोनम को अपने साथ लेकर गई।