Swift Summary
- भारत और अमेरिका व्यापार समझौते पर बातचीत कर रहे हैं जिसका लक्ष्य दोनों देशों के बीच व्यापार को बढ़ाना है।
- अमेरिका ने भारत को अब तक रेसिप्रोकल टैरिफ से बाहर रखा है, जबकि राष्ट्रपति ट्रंप ने इसे लेकर चेतावनी दी थी।
- समझौता 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को 500 अरब डॉलर तक पहुंचाने का आधार तैयार करेगा।
- दोनों देशों के बीच आयात शुल्क और गैर-शुल्क बाधाओं को कम करने पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।
- प्रधानमंत्री मोदी की वाशिंगटन यात्रा में 2025 तक बहु-क्षेत्रीय द्विपक्षीय व्यापार समझौते (BTA) पर चर्चा की गई थी।
- भारतीय निर्यात में अमेरिकी बाजार की हिस्सेदारी विशेष रूप से कालीनों, इलेक्ट्रॉनिक्स और इंजीनियरिंग सामानों में अधिक है।
Indian Opinion Analysis
यह प्रस्तावित व्यापार समझौता भारत-अमेरिका संबंधों में महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है। भारतीय उत्पादों को अमेरिकी बाजार में बेहतर पहुंच मिलने से घरेलू अर्थव्यवस्था लाभान्वित होगी। हालांकि, इस समझौते के व्यावसायिक संतुलन का आकलन करना सरकार के लिए आवश्यक होगा ताकि संभावित नकारात्मक प्रभावों का सामना किया जा सके। इसके अलावा, यह गठबंधन वैश्विक स्तर पर चीन के प्रभाव का मुकाबला करने में भी सहयोगी हो सकता है।
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