Fast Summary
- स्नेहल जगताप, शिवसेना (यूबीटी) की प्रमुख नेता और महाड से चुनाव लड़ीं प्रत्याशी, अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) में शामिल हो गईं।
- उन्होंने 2024 विधानसभा चुनाव में शिवसेना (यूबीटी) से लड़ते हुए 95,895 वोट प्राप्त किए थे लेकिन भरत गोगावले से 26,210 वोटों के अंतर से हार गई थीं।
- स्नेहल पहले बीजेपी में जाना चाहती थीं लेकिन अब एनसीपी का हिस्सा बन चुकी हैं।
- उनके निर्णायक कदम ने रायगढ़ जिले के महाड क्षेत्र में राजनीतिक समीकरण बदल दिए हैं: यह उद्धव ठाकरे व शिंदे गुट दोनों को चुनौती दे सकता है।
- डिप्टी सीएम अजित पवार ने संकेत दिया कि नई पार्टी सदस्यों पर आगामी चुनावों में विचार किया जाएगा।
- सुनील तटकरे ने कथित तौर पर उन्हें एनसीपी में शामिल करने की पहल और रणनीति बनाई थी।

Indian Opinion Analysis
स्नेहल जगताप का एनसीपी में प्रवेश भारतीय राजनीति के व्यापक बदलाव का एक और उदाहरण है जिसमें गठबंधन दलों और व्यक्तिगत नेताओं की भूमिका बढ़ रही है। उनके इस निर्णय से महाड क्षेत्र की सत्ता संरचना प्रभावित होने की संभावना है, जहां वे पहले विपक्षी उम्मीदवार थीं। इसके अलावा, रायगढ़ जैसे रणनीतिक क्षेत्रों में शिवसेना (यूबीटी), जो कभी मजबूत उपस्थिति रखती थी, अब कमजोर पड़ रही प्रतीत होती है।
उनकी विधायकी आदि अनुभव को देखते हुए यह संभव लगता है कि उनका राजनीतिक भविष्य न केवल एनसीपी बल्कि महायुति गठबंधन पर भी असर डाल सकता है। सुनील तटकरे द्वारा इस हस्तांतरण को संचालित करना उनके बढ़ते प्रभाव को इंगीत करता है, जो आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों मे अपना असर दिखा सकता है।
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